पिलखुवा। (फ़ॉक्सलेंन न्यूज़) बुधवार को डाबर की सहयोगी स्वयं सेवी संस्था सस्टेनेबल डेवलपमेंट सोसाइटी संदेश द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देने व रोजगार परक खेती के उद्देश्य से किसानों को वर्मी कम्पोस्ट एवं मसरूम उत्पादन प्रशिक्षण दिया गया।

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संदेश की सचिव पूनम सिंह परिहार ने किसानो को बताया कि आजकल खेती में महंगे रसायनिक खादों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। तथा खर्च भी बहुत हो जाता है। इस तरह को खेती से कम कीमत की खाद का प्रयोग करके ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है।

हीलिंग फार्मर संस्था से आये प्रशिक्षक सौरभ त्यागी व  धीरज खन्ना ने किसान भाइयों को वर्मीकम्पोस्ट केचुए द्वारा निर्मित खाद बनाने की विधि को विस्तार से समझाया।

साथ ही मशरूम उत्पादन की प्रकिया को समझाते हुए बताया कि मशरूम उत्पादन में कम निवेश में अच्छा मुनाफ़ा होता है। मशरूम की खेती कम ज़मीन और संसाधनों में की जा सकती है  इसमें कम निवेश पर 20 गुना तक मुनाफ़ा कमाया जा सकता है।  मशरूम की खेती साल भर की जा सकती है। मशरूम का इस्तेमाल करने से हमारे स्वास्थ्य को बहुत ही लाभ मिलता है। 

इस अवसर पर संस्था के सहायक प्रबन्धक राहुल सक्सेना, परियोजना समन्वयक ग्रामीण विकास संजीव भारद्वाज, अनुराग, गौरा, रुपेंद्र राणा व गांव नन्दपुर, सिवाया, समाना, कमरूद्दीन नगर, नगला छज्जू, उदयरामपुर नगला, चौना, सिदिपुर, प्यावली, आदि के किसानों ने भाग लिया।

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