
पिलखुवा। (फ़ॉक्सलेन न्यूज़) नगर में श्री रामलीला कमेटी द्वारा निकाली जा रही शोभायात्रा में श्रवण कुमार और उनके माता-पिता की झांकी राजा दशरथ द्वारा गलती से बाण चलाते हुए जिससे श्रवण कुमार की मृत्यु हो गई। पैदल चलते हुए चित्रकूट में भरत जी का श्री रामचंद्र जी से मिलन और प्रभु राम ने अपने खड़ाऊ भरत जी को दिए जिसको लेकर शत्रुघ्न के साथ वापस वे अयोध्या आए। आदि दृश्यों की सुंदर झांकियां निकाली।

शोभायात्रा रेलवे रोड से शुरू होकर मंडी चौराहा, जवाहर बाजार, गांधी बाजार होते हुए रामलीला मैदान पहुंची उसके बाद वृंदावन से आए स्वामी बृज किशोर शर्मा के कलाकारों द्वारा श्रवण कुमार को दशरथ जी द्वारा तीर लगा और उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई उसका विलाप का सीन मंच पर दिखाया गया। उसके बाद महाराज दशरथ की मृत्यु का दृश्य प्रस्तुत किया गया तथा प्रभु राम से भरत जी द्वारा मिलन और उनसे वापस अयोध्या आने का आग्रह किया गया लेकिन प्रभु राम ने उन्हें अपनी चरण पादुका देकर अयोध्या भेजा उपरोक्त सभी लीला का जनता द्वारा मंचन को सराहा गया। मेला अधिकारी अखिलेश मित्तलने बताया कल की शोभायात्रा में वह मंच पर पंचवटी बनाकर राम जी का निवास, जयंत उद्धार, वृषि मुनियों से राम जी का मिलन होगा।

समिति के अध्यक्ष राजेश मित्तल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण गोयल, मंत्री संदीप जिंदल, कार्यकारिणी सदस्य आशीष मित्तल, वीरेंद्र गुप्ता, सुनील गोयल, सुभाष गोयल, पवन सिंघल, तरंग मित्तल एवं सहयोगी करण केशव शर्मा, नीरज बजाज, विपिन, प्रेम प्रकाशशर्मा, विजयपाल रोहिल्ला, मोहित गुप्ता, स्वीकार मित्तल, अमित टांक आदि लोग उपस्थित रहे।
