
हापुड़। (फ़ॉक्सलेन न्यूज़)
थाना हापुड नगर पुलिस ने दो दिन पूर्व थाना क्षेत्रान्तर्गत शिवगढी शमशान घाट के पास मिले अज्ञात महिला के शव की घटना का सफल अनावरण करते हुए एक हत्यारोपी को गिरफ्तार किया है। और उसके कब्जे व निशादेही से आलाकत्ल दरांती व मृतका का मोबाइल फोन बरामद कर लिया है।
प्रेसवार्ता के दौरान हापुड़ एडिशनल एसपी विनीत भटनागर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी व मृतका के मध्य अवैध संबंध थे जिस कारण मृतका, अभियुक्त से खर्चे के लिए रुपयों की मांगा करती थी व रुपये न देने पर बदतमीजी करती थी एवं जेल भिजवाने की धमकी देती थी जिसके चलते महिला से छुटकारा पाने के लिए आरोपी द्वारा धारदार हथियार (दरांती) से उसकी हत्या करने की घटना कारित की गई थी।
एडिशनल एसपी ने बताया कि 15 अप्रैल 2025 को थाना हापुड नगर क्षेत्रांर्तगत स्थित शिवगढी शमशान घाट के पास खाली पड़ी जगह मे एक अज्ञात महिला का शव मिला था, उक्त सूचना पर तत्काल उच्चाधिकारीगण, फॉरेंसिक टीम व स्थानीय पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया था तथा शव की शिनाख्त कर घटना में संलिप्त अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी/अनावरण करने हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा टीमें गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थे तथा मृतका की शिनाख्त अंजू पत्नी स्व० बंटी निवासी मौ० कन्हैयापुरा थाना हापुड़ नगर जनपद हापुड़ के रूप में हुई।

कार्यवाही
हापुड़ पुलिस द्वारा जनपद में अपराध की रोकथाम एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत थाना हापुड नगर पुलिस द्वारा थाने मु0अ0सं0 217/2025 धारा 103(1), 238 बीएनएस का सफल अनावरण करते हुए एक हत्यारोपी को गिरफ्तार किया गया है, जिसके कब्जे निशादेही से आलाकत्ल दरांती व मृतका का मोबाइल फोन बरामद हुआ है एवं अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
पूछताछ का विवरण
गिरफ्तार आरोपी इरशाद निवासी गली नं0 8 मौहल्ला मजीदपुरा रफीकनगर थाना हापुड नगर जनपद हापुड द्वारा बताया कि मैं पेशे से टाईल पत्थर लगाने का मिस्त्री हूँ। मेरी करीब डेढ साल पहले अंजू से दोस्ती हुई थी। उसके पति की करीब 4 साल पहले मृत्यु हो चुकी है, वह आस पास के घरो में साफ सफाई व बर्तन का काम करती थी। मेरी अंजू से अक्सर फोन पर बाते होती रहती थी तथा हम दोनो एक दूसरे से मिलते भी रहते थे, हम दोनो के कई बार आपसी सहमति से सम्बन्ध भी बने थे। मैं अंजू को खर्चे के लिए काफी रूपये पैसे देता था जिससे वह अपना खर्चा चलाती थी। मैं अपनी कमाई का अधिकतर पैसा अंजू के ऊपर खर्च करता था। पिछले लगभग सात आठ माह से अंबू का व्यवहार काफी बदल गया था। वह हर समय मुझसे पैसो की मांग करती थी तथा मुझे भला बुरा कहने लगी थी। मैं अपने कमाये हुए रूपयो में से अपने घर पर भी रूपये नही दे पा रहा था, लेकिन अंजू की मांग पर उसे देता था, उसके बावजूद भी वह मेरे साथ ठीक व्यवहार नही करती थी, उसने कई बार मेरे साथ हाथापाई की लेकिन मैं फिर भी सब कुछ सहता रहा। वह हर समय मुझे फोन करके रूपये मांगती थी तथा धमकाती थी कि या तो पैसे दे नही तो फिर तमाशा बनाकर तुझे जेल भिजवा दूंगी। मै मानसिक रूप से भी काफी परेशान हो चुका था इसलिए दिनांक 14.04.2025 को दोपहर मैं अपने घर से एक गन्ना छीलने की दराती व एक रसोई का चाकू अपनी मोटरसाईकिल मे रखकर रामपुर रोड की तरफ रैबन फैक्ट्री से सामने पडे कूडे के मैदान के पास शिवगढी के शमशान घाट के पास ले गया, जहाँ पर हम दोनो पहले भी एक दो बार जाकर मिलते जुलते थे तथा बातचीत करते थे। वहां पर मैने पहले चाकू से फिर गन्ना छीलने वाली दरांती से हमला कर अन्जू को मार दिया तथा खींचकर कूड़े के ढेर के पास डाल दिया। मैने दरांती व अन्जू का मोबाइल नाले में फेक दिये थे।
