
उत्तर प्रदेश में 451 खादी संस्थाओं के माध्यम से 1,24,411 खादी कारीगरों को रोजगार मिल रहा है। मंडलीय कार्यालय मेरठ के अंतर्गत 238 खादी संस्थाएं कार्यरत, 82411 कारीगरों को मिल रहा है रोजगार: मनोज कुमार
पिलखुवा। (फ़ॉक्सलेंन न्यूज़) नगर के रामलीला मैदान में गुरुवार को खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अध्यक्ष मनोज कुमार ने तीन दिवसीय स्पेशल खादी प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने अम्बा ग्रामोद्योग सेवा समिति द्वारा वितरित 50 न्यू मॉडल चरखे एनएमसी का वितरण और चौधरी चरण सिंह बहुउद्देशीय प्रशिक्षण केंद्र पंजोखरा द्वारा कारीगरों के लिए आयोजित खादी स्पिनिंग रिफ्रेशर कोर्स का भी शुभारंभ किया।

अपने सम्बोधन में अध्यक्ष केवीआईसी मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूज्य बापू की विरासत खादी आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक बन गई है। खादी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त किया है और करोड़ों कारीगरों को सम्मानजनक आजीविका प्रदान की है। प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से खादी को नया जीवन और नई ऊर्जा मिली है, जिससे यह एक वैश्विक पहचान के साथ-साथ युवाओं की पहली पसंद भी बन गई है।

उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय स्पेशल खादी प्रदर्शनी में खादी और ग्रामोद्योग संस्थाओं के उत्पादों को बिक्री के लिए प्रदर्शित किया जा रहा है। इसके माध्यम से कारीगरों को विपणन का नया मंच उपलब्ध होगा। यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कारीगरों के कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देने पर केंद्रित व्यापक सशक्तिकरण अभियान के अनुरूप है।

उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में जहां पंजीकृत 451 खादी संस्थाओं के माध्यम से 1,24,411 खादी कारीगरों को रोजगार मिल रहा है, वहीं मंडलीय कार्यालय मेरठ के अंतर्गत कार्यरत 238 खादी संस्थाएं 82,411 कारीगरों को रोजगार प्रदान कर रही हैं।
कार्यक्रम में केवीआईसी के मंडलीय कार्यालय मेरठ से जुड़ी खादी संस्थाओं के प्रतिनिधि, खादी कार्यकर्ता, कारीगर, तथा केवीआईसी के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।




