
पिलखुवा। (फ़ॉक्सलेंन न्यूज़) जीएस मेडिकल कॉलेज और जीएस आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन हेतु अंतर्राष्ट्रीय दिवस को चिह्नित करने के लिए एक ज्ञानवर्धक और प्रेरक व्याख्यान का आयोजन किया।
इस आयोजन का उद्देश्य महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सशक्त वातावरण बनाने में सामूहिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देते हुए लिंग आधारित हिंसा और व्यक्तियों और समाज पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। व्याख्यान में दो प्रतिष्ठित वक्ताओं की गहन अंतर्दृष्टि शामिल थी।

जीएस मेडिकल कॉलेज में जनरल सर्जरी की एचओडी डॉ. मधुबाला गौर ने बताया कि महिलाएं परिवारों की रीढ़ हैं और भारत के विकास के पीछे प्रेरक शक्ति हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे सामाजिक समर्थन और सम्मान महिलाओं को उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने और देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सशक्त बना सकता है। जीएस आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में अगद तंत्र एवं विधि वैद्यक के एचओडी डॉ. जीना पटनायक ने भारतीय संस्कृति में महिलाओं की ऐतिहासिक ताकत और आधुनिक समाज में उनके अधिकारों की रक्षा के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने हिंसा को खत्म करने और समकानता सुनिश्चित करने के लिए कड़े उपायों की आवश्यकता पर बात की।

महिलाओं के खिलाफ हिंसा के संकेतों को पहचानने, कानूनी अधिकारों को समझने और उपलब्ध सहायता प्रणालियों के उपयोग पर चर्चा की गई। महिलाओं के खिलाफ हिंसा को खत्म करने के समाधान पर सहयोग करने के लिए आयुर्वेद और एलोपैथिक दोनों धाराओं के छात्रों और कर्मचारियों के लिए गतिविधियों को शामिल करना अति आवष्यक है।
कार्यक्रम में वाइसचेयरमैन षषी शर्मा, मेडिकल डायरेक्टर डॉ0 रूपाली षर्मा, प्रबध निदेषक सोनाली शर्मा, मेनेजिंग ट्रस्टी डॉ0 नेहा गोयल, डीन डॉप प्रदीप गर्ग, चिकित्सा अधिक्षक डॉ0 सुरेन्द्र कुमार व समस्त छात्र ओर कर्मचारी उपस्थित रहे।



