
पिलखुवा। (फ़ॉक्सलेंन न्यूज़) जीएस यूनिवर्सिटी ने भारतीय संविधान और इसके वास्तुकार बाबासाहेब आंबेडकर के सम्मान में एक छात्र संगोष्टी का आयोजन करके अंतर्राष्ट्रीय संविधान दिवस का जश्न मनाया। जिसमें छात्रों ने भाषण देकर भाग लिया एवं संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के बीच संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र के महत्व की गहरी समझ पैदा करना था। छात्रो के अभिभाषण सत्र में संविधान में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सिद्धांतों को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। उपनिदेश मनोज शिशोदिया ने कहा कि आज 75वें संविधान दिवस के अवसर पर हम सभी एकत्र हुए हैं। आज के दिन 1949 में, भारत की संविधान सभा ने संविधान को अपनाया, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ, जिसने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की नींव रखी।

संविधान दिवस न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के मूल मूल्यों की याद दिलाता है जो राष्ट्र की नींव बनाते हैं। संविधान सभी देशवासियों को समान अधिकार, समान अवसर व मौलिक अधिकार देता है। भारतीय संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। जीएस यूनिवर्सिटी भारत की समृद्ध लोकतांत्रिक विरासत के बारे में जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देना और भविष्य के लिए जिम्मेदार नागरिकों का पोषण करने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखेगी।
इस मौके पर चिकित्सा निदेशक डॉ0 रूपाली शर्मा, डीन डॉ0 प्रदीप गर्ग, चिकित्सा अधिकक्षक डॉ0 सुरेन्द्र कुमार, अस्पताल प्रशासक शिवनंद सिंह, सभी छात्र व कर्मचारी उपस्थित रहे।



