
फ़ॉक्सलेन न्यूज़। आज के समय में हर माता-पिता अपने बच्चे को निजी स्कूलों में अच्छी शिक्षा दिलाना चाहते हैं। परंतु अंबाला में कुछ स्कूल ऐसे हैं जो बिना मान्यता के ही शिक्षा के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं। शिक्षा विभाग ने अंबाला छावनी में चल रहे 18 गैर कानूनी स्कूलों को चिन्हित किया है। ये स्कूल न केवल अवैध रूप से चल रहे हैं बल्कि उनके पास शिक्षा विभाग की ओर से दी गई मान्यता भी नहीं है।

गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की संख्या में बढ़ोतरी
अंबाला शहर, नारायणगढ़, बराड़ा, और साहा इलाकों में भी गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की संख्या अधिक है। इन स्कूलों की संख्या का पता चलने पर शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की शुरुआत की है। विशेष रूप से दव पब्लिक स्कूल, संत कबीर विद्या मंदिर, देहरा पब्लिक स्कूल और शिव शिक्षा निकेतन जैसे स्कूल इस सूची में शामिल हैं।
शिक्षा विभाग की कार्रवाई और आगे की योजना
खंड शिक्षा अधिकारी सुदेश कुमारी ने इन स्कूलों का दौरा किया और स्कूल संचालकों को चेतावनी दी कि यदि वे मान्यता प्राप्त नहीं हैं तो उन्हें अपने विद्यार्थियों को मान्यता प्राप्त स्कूलों में स्थानांतरित करना होगा। इसके अलावा, उन्होंने सभी पालकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों का दाखिला गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों में न कराएं।
शिक्षा विभाग ने परिवारों को सचेत किया है कि वे ऐसे स्कूलों में अपने बच्चों की पढ़ाई न कराएं जिनके पास मान्यता नहीं है। ऐसे स्कूलों में पढ़ाई कर रहे बच्चों को भी बताया गया है कि उनके स्कूल के पास मान्यता नहीं है, और उन्हें अपने माता-पिता को यह बात बतानी चाहिए।

अंबाला छावनी के स्कूलों पर विशेष नजर
अंबाला छावनी क्षेत्र में विशेष रूप से कई स्कूलों को गैर मान्यता प्राप्त पाया गया है। इनमें से कुछ स्कूल क्रैच के लिए मान्यता प्राप्त हैं लेकिन उन्होंने अवैध रूप से प्राइमरी और सेकेंडरी कक्षाओं का संचालन किया है। ऐसे स्कूलों के खिलाफ शिक्षा विभाग ने सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है।
इस प्रकार, अंबाला शिक्षा विभाग ने सभी अवैध रूप से चल रहे स्कूलों के खिलाफ कदम उठाने की पहल की है, ताकि शिक्षा के नाम पर हो रहे इस धोखाधड़ी को रोका जा सके और बच्चों को सही और मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में शिक्षा प्रदान की जा सके।
