
फ़ॉक्सलेंन न्यूज़। बुलंदशहर में तेज रफ्तार से आ रही एक अनियंत्रित कार पुलिया से टकराकर पलट जाने से आग लग गई, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोग जिंदा जल गए।
जहांगीराबाद क्षेत्र में बुधवार तड़के हुए हादसे में सिर्फ एक किशोरी जीवित बची है, जिसे स्थानीय लोगों ने कार से निकाल अस्पताल पहुंचाया। पुलिस की प्रारंभिक जांच, सीसीटीवी और प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो हादसा तेज स्पीड और चालक को झपकी आने के कारण होना सामने आ रहा है।

परिजनों ने बताया कि देर रात तक जगने के बाद सुबह करीब चार बजे तंजील ने सभी को उठाया और दिल्ली चलने के लिए कार में बैठा लिया था। गांव से दिल्ली मालवीय नगर की दूरी करीब 190 किलोमीटर है और सफर भी करीब साढ़े चार से पांच घंटे का है। गांव से जहांगीराबाद स्थित घटनास्थल की दूरी करीब 85 किमी है। इस सफर का अनुमानित समय देखें तो वह लगभग दो घंटे का है। तंजील ने इसे करीब डेढ़ घंटे से भी कम समय में पूरा कर लिया था।

कार पुलिया से टकराने से करीब दस मीटर पहले ही अनियंत्रित हुई। तंजील ने ब्रेक लगाए होंगे, जिससे टायर घिसटने के निशान भी घटनस्थल पर मौजूद थे। इसके बाद कार पुलिया से टकराई और कार का निचला हिस्सा (पेट्रोल टैंक वाला) घिसटता हुआ सड़क किनारे खेत में जा पहुंचा, जिससे पेट्रोल की टंकी फट गई होगी और वहां से निकली चिंगारी से पेट्रोल ने आग पकड़ ली होगी।

बुलंदशहर के जहांगीराबाद में हुए हादसे में जुबैर का पूरा परिवार ही खत्म हो गया। एकमात्र जिंदा बची बेटी इनाया (6) शादी में उनके साथ नहीं आई थी। यही कारण रहा कि वह जिंदा है। लेकिन अब उसकी जिंदगी से मां-बाप और भाई का साया हमेशा के लिए उठ गया। हादसे के बाद हर कोई इनाया के भविष्य को लेकर चिंतित नजर आया।
मूलरूप से सहसवान के गांव खैरपुर बल्ली निवासी जुबैर का निकाह करीब आठ वर्ष पूर्व 2018 में गांव चमनपुरा निवासी तनवीर की पुत्री मोमिना के साथ हुआ था। निकाह के बाद उनकी पहली बेटी हुई, जिसका नाम इनाया है। वह वर्तमान में करीब छह वर्ष की है। करीब दो वर्ष पुत्र जैनुल का जन्म हुआ था।