गाजियाबाद। (फ़ॉक्सलेन न्यूज़) 

दागदार छवि और खराब शोहरत वाले पुलिसकर्मियों पर गाजियाबाद के नवनियुक्त पुलिस आयुक्त ने जिले के 87 पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया है। जिसके बाद इसको लेकर अधिकारियों में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं।

 पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, जिन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है, उनमें कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल और उपनिरीक्षक शामिल हैं। सर्वाधिक पुलिसकर्मी ग्रामीण जोन के हैं। जनसुनवाई के दौरान पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड़ को कुछ पुलिसकर्मियों के बारे में नकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी।

इसके बाद पुलिस आयुक्त ने सभी एसीपी से अपने क्षेत्र के पुलिसकर्मियों की सूची डीसीपी के माध्यम से भेजने के निर्देश दिए थे। सूची में पुलिसकर्मियों के बारे में पूछा गया था, कौन-कौन पुलिस वाले नशे में ड्यूटी करते हैं। उनकी पुलिसिंग कैसी है और क्षेत्र में उगाही करने वाले पुलिसकर्मी कौन-कौन हैं। ऐसे ही कुछ बिंदुओं पर पुलिस ने रिपोर्ट मांगी तो सभी एसीपी ने रिपोर्ट बनाकर भेज दी, जिसके बाद दागदार छवि वाले 87 पुलिसकर्मी चिह्नित करते हुए उन्हें रातों-रात लाइनहाजिर कर दिया गया।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सर्वाधिक ग्रामीण जोन से 44 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर किए गए हैं। दूसरे नंबर पर ट्रांस हिंडन जोन के 33 और तीसरे नंबर पर सिटी जोन के 14 पुलिसकर्मी लाइन भेजे गए हैं। गाजियाबाद कमिश्नरेट के दूसरे पुलिस आयुक्त के तौर पर चार्ज संभालने के बाद जे. रविंद्र गौड़ ने कुछ व्यवस्थाओं में बदलाव किया है। उन्होंने यातायात पुलिस के हेड कांस्टेबल से वाहनों के चालान का अधिकार छीन लिया है तो क्रॉस केस दर्ज कराने के संबंध में भी नए निर्देश जारी किए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस कमिश्नरेट में अभी बड़े स्तर पर भी बदलाव देखने को मिल सकता है। 

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