लखनऊ। ( फ़ॉक्सलेन न्यूज़)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में 10 हजार पर्यावरण सखियों को प्रशिक्षित कर रोजगार दिया जाएगा। इसमें 3000 से अधिक सौर शॉप्स के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जाएगा। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रेरणा ओजस प्राइवेट लिमिटेड सौर उत्पाद निर्माण, सौर शॉप्स, विकेंद्रीकृत सौर उत्पाद और क्लीन कुकिंग उत्पादों का काम करती है। लखनऊ में एक सौर उत्पाद निर्माण इकाई शुरू की गई, 20 जिलों के 207 विकास खंडों में 414 सौर शॉप्स स्थापित किए गए, जिनसे 414 महिलाओं को लाभ हुआ।

इसके अलावा 80 सौर फूड प्रोसेसिंग मशीन, ड्रायर, और डीफ्रीजर स्थापित किए गए साथ ही 60 महिलाओं को ‘सूर्य सखी’ के रूप में प्रशिक्षित किया गया। यह पहल महिलाओं को तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर दे रही है।

मिशन निदेशक दीपा रंजन ने बताया कि तीन सालों में उत्तर प्रदेश को सौर ऊर्जा और महिला सशक्तीकरण का केंद्र बनाने का एक विस्तृत रोडमैप तैयार किया गया है। इस रणनीति के तहत हर मंडल में सौर उत्पाद निर्माण इकाइयों की स्थापना है। प्रदेश में कुल 18 मंडलों को कवर करते हुए इन इकाइयों के माध्यम से 540 महिलाओं को सीधे रोजगार प्रदान किया जाएगा। ये इकाइयां सौर पैनल, बैटरी, और अन्य अत्याधुनिक उत्पादों के निर्माण पर केंद्रित होंगी, जो न केवल स्थानीय जरूरतों को पूरा करेंगी, बल्कि बाजार में भी अपनी पहचान बनाएंगी।

प्रदेश में अगले तीन साल में 10 हजार पर्यावरण सखियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये सखियां क्लीन कुकिंग समाधानों जैसे, सौर चूल्हे और बायो-गैस सिस्टम को बढ़ावा देंगी, जो धुएं से मुक्त रसोई और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करेंगी। इससे घरेलू प्रदूषण कम होगा, महिलाओं और बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर होगा, और ग्रामीण जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आएगा।

इन सभी योजनाओं के जरिए योगी सरकार प्रदेश की एक लाख महिलाओं को सौर ऊर्जा के साथ जोड़ेगी, जो न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि प्रदेश को में हरित ऊर्जा और महिला सशक्तीकरण को बढावा देगी. जो प्रदेश के लिए एक मॉडल बनेगी।

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