
लखीमपुर। (फ़ॉक्सलेन न्यूज़) जल जीवन मिशन के तहत लखीमपुर खीरी के शेखपुर गांव में बनकर तैयार हुई पानी की टंकी का निचला हिस्सा अचानक फट गया। टंकी फटने से अपने घरों में बैठे लोगो में अफरा तफरी मच गई। इस दौरान ग्रामीणों ने पूरे मामले की एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। टंकी से निकल रही पानी की तेज धार से गांव व खेत जलमग्न हो गए। लोगों में भगदड़ मच गई। खेती में रखा गेहूं भी खराब हुआ है।

शनिवार की दोपहर को तेज धमाके के साथ पानी की टंकी फटने पर ग्रामीणों ने कार्यदायी संस्था पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। बताया जाता है कि जल जीवन मिशन के तहत कार्यदायी संस्था (बीटीएल) द्वारा साढ़े तीन करोड़ की लागत से पानी की टंकी बनाई गई। इसका अभी ट्रायल का काम चल रहा है।

शनिवार को पानी की टंकी का ओवरहेड टैंक तेज धमाके के साथ फट गया। संयोग रहा कि उस समय टंकी के आसपास कोई नही था। उसका पानी परिसर की दीवार तोड़कर पास के ग्रामीण रोशन लाल के खेत गेंहू के खेत मे गेंहू की फसल को डुबोते बह गया। साथ ही टंकी के मलवे ने टंकी परिसर में लगे सोलर पैनल को ध्वस्त कर दिया। बताया जा रहा है कि इस टंकी से शेखपुर सुल्तानापुर संडौराखुर्द सहित पांच गांवों को जलापूर्ति होनी थी। टंकी का निर्माण अक्टूबर 2022 मे प्रारंभ किया गया था। लोग बताते हैं कि ठेकेदार द्वारा अफरातफरी के माहौल मे टंकी का निर्माण कराकर सप्लाई शुरू कर दी थी।
ग्राम प्रधान ने बताया कि बार-बार कार्यदायी संस्था के लोग पानी की टंकी को हैंडओवर करने का दबाब बना रहे थे। लेकिन अपूर्ण होने के कारण अभी तक हैंडओवर नहीं ली गई। कार्यदायी संस्था के लोग ग्रामीणों का सामना नही कर पा रहे थे। वह सभी का जवाब देने से बराबर बचते रहे।
इधर, जल निगम के अधिशाषी अभियंता वाईके नीरज का कहना है कि पानी की टंकी हैंडओवर नहीं ली गई थी, इसलिए संस्था को दोबारा कार्य कराना होगा। उन्होंने कहा कि छह माह टंकी फटने के मामले की जांच कराई जाएगी।
